
Introduction: भारत के कृषि क्षेत्र में कई किसानों ने पारंपरिक खेती से अलग हटकर अपनी आमदनी को बढ़ाने के लिए अमरूद की खेती जैसे फलदार वृक्षों का सहारा लिया है। आज हम एक ऐसे ही किसान सुनील कुमार के बारे में बात करेंगे जो मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के पट्टीदार गांव, मानपुर में अमरूद की उन्नत खेती कर लाखों रुपए सालाना कमा रहे हैं। सुनील जी ने 4 एकड़ क्षेत्रफल में अमरूद की एक विशेष किस्म का बाग लगाया है, जिसका हर फल औसतन 1 किलो से भी अधिक वजन का होता है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम जानेंगे कि उन्होंने कैसे इस बागान को तैयार किया, किस प्रकार की किस्म का चयन किया और कैसे उनकी मेहनत के बाद से लागत और लाभ में संतुलन बनाया गया।
शुरुआती खर्च और लागत

सुनील जी ने 2015 में इस बागान की शुरुआत की और पानी की समस्याओं को दूर करने के लिए तालाब का निर्माण किया। तालाब की क्षमता 4 करोड़ लीटर की है, और इसे उन्होंने स्वयं के खर्चे पर बनवाया था। उन्होंने अमरूद के पौधों की किस्म VNIR का चयन किया जो कि एक हाईब्रिड किस्म है और इसे अच्छे पैदावार के लिए जाना जाता है।
लागत विश्लेषण | खर्चा (INR) |
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तालाब निर्माण की लागत | 2,50,000 |
पौधे (600 पौधे प्रति एकड़ x ₹125 प्रति पौधा) | 3,00,000 |
ड्रिप इरिगेशन की लागत | 1,25,000 |
खाद और पोषण | 80,000 |
अन्य प्रारंभिक खर्चे | 70,000 |
कुल प्रारंभिक लागत | ₹7,25,000 |
परिचालन खर्च (वार्षिक आधार पर)
अमरूद के पेड़ लगाने के बाद से इनकी नियमित देखभाल में खाद, पानी, कीटनाशक आदि का खर्च होता है। साथ ही, उन्होंने तालाब के पानी को ड्रिप इरिगेशन द्वारा बागान में लगाया ताकि पानी का सही तरीके से उपयोग हो सके।
सालाना परिचालन लागत | खर्चा (INR) |
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खाद और पानी की लागत | 60,000 |
पेस्टिसाइड्स और कीटनाशक | 40,000 |
इंटरक्रॉपिंग खर्च (प्याज की खेती) | 20,000 |
प्रूनिंग और हार्वेस्टिंग | 80,000 |
अन्य मेंटेनेंस खर्च | 30,000 |
कुल वार्षिक परिचालन खर्च | ₹2,30,000 |
उत्पादन और आय (वार्षिक)

अमरूद के पेड़ दो बार फल देते हैं: एक सर्दियों में और दूसरा गर्मियों में। सुनील जी का बागान औसतन 80,000 किलो अमरूद का उत्पादन करता है। स्थानीय बाजार में इनका मूल्य लगभग ₹25-30 प्रति किलो है, जो कि किसानों के लिए एक अच्छा लाभकारी मूल्य है।

उत्पादन और आय | आंकड़े |
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औसत उत्पादन प्रति एकड़ | 20,000 किलो |
कुल उत्पादन (4 एकड़ में) | 80,000 किलो |
बिक्री मूल्य प्रति किलो | ₹25 |
कुल वार्षिक आय | ₹20,00,000 |
शुद्ध लाभ विश्लेषण (लागत लाभ अनुपात)
नीचे दिए गए आंकड़ों में हमने कुल खर्च, परिचालन खर्च और कुल आय के आधार पर शुद्ध लाभ का हिसाब लगाया है।
लागत और लाभ | राशि (INR) |
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कुल प्रारंभिक लागत | ₹7,25,000 |
वार्षिक परिचालन खर्च | ₹2,30,000 |
कुल वार्षिक आय | ₹20,00,000 |
वार्षिक शुद्ध लाभ | ₹17,70,000 |
निष्कर्ष
सुनील कुमार जैसे किसानों ने अपनी मेहनत, तकनीकी समझ और सटीक निवेश के बल पर उच्च पैदावार वाली फसलों में एक नई दिशा दी है। इस अमरूद की खेती में फलों की गुणवत्ता और अच्छे मार्केट मूल्य के कारण उनकी कमाई अच्छी हो रही है। जो किसान इस क्षेत्र में शुरुआत करना चाहते हैं, उनके लिए यह एक आदर्श उदाहरण है।
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